ओरल सेक्स तरीका, पोजीशन, तकनीक और टिप्स — oral sex in hindi
ओरल सेक्स में क्या उम्मीद रखें — What to expect from oral sex in hindi
ओरल सेक्स असली सेक्स होता है?
सेक्स का असली मतलब सिर्फ योनि में पेनिस डालना नही होता है. ओरल सेक्स करके भी आप योनि में पेनिस डालने जैसा प्लेज़र महसूस कर सकते है.
आपकी पसंद अलग हो सकती है
अपने पेनिस या योनिमुख की दूसरों से तुलना न करें, क्योंकि यह अलग-अलग साइज़ और आकार के हो सकते है. इसलिए यह सोचना कि आपकी योनि सही दिखनी चाहिए या आपका पेनिस बड़ा हो ऐसा जरूरी नही है.
अपने प्राइवेट पार्ट साफ करें
हर किसी के शरीर में किसी न किसी प्रकार की गंद होती है. इसलिए अपने प्राइवेट पार्ट को ठीक से साफ करें. लेकिन ध्यान रहें कि हर किसी की अपनी थोड़ी अलग गंद रहती ही है.
इसलिए ओरल सेक्स करने से पहले फ्रेश होना अच्छा है जिसके लिए –
शॉवर लें या नहां लें, ध्यान रहें कि अपने प्राइवेट पार्ट को ठीक से साबुन से साफ करें
जिसके बाद किसी पेपर टावल आदि से प्राइवेट पार्ट को साफ कर लें
अपने प्राइवेट पार्ट पर किसी भी प्रकार का परफ्यूम या डियोड्रेंट का उपयोग न करें क्योंकि इससे हमारे प्राइवेट पार्ट को नुकसान हो सकता है.
हर किसी का स्वाद अलग होता है
अगर आपको लगता है कि किसी के प्राइवेट पार्ट में अच्छा स्वाद महसूस होगा तो आप गलत है.
अगर आप हेल्दी है और हाइजीन बनाए रखते है तो आपको ठीक स्वाद महसूस होगा.
इसके अलावा आपने क्या खाया है वो भी आपके स्वाद पर निर्भर करता है.
अपना स्वाद अच्छा करने के लिए आप –
अनानास
पपीता
जायफल
दालचीनी
अजवायन
प्रेगनेंसी से बचाव लेकिन एसटीआई से नहीं
वैसे तो ओरल सेक्स से प्रेगनेंसी की कोई भी रिस्क नही होता है लेकिन ओरल सेक्स से सेक्सुअली ट्रांसमिट रोग होने का खतरा अधिक होता है. जिसके कारण –
गुप्तांगों से स्किन कॉनटेक्ट से एसटीआई का खतरा बढ़ जाता है
यह वेजाइनल, पेनिस या एनल सीक्रेशन के संपर्क से हो सकता है
प्रेगनेंसी के दौरान ओरल सेक्स करने पर –
एसटीआई का खतरा रहता है
यह एसटीआई गर्भ में पल रहें शिशु तक पहुंच सकती है
ओरल सेक्स से होने वाली एसटीआई
गोनोरिया
क्लामायडिया
एचएसवी-1 और एचएसवी-2
साइफिल्स
एचपीवी
एचआईवी
जबकि कुछ एसटीआई के लक्षण नही होते है लेकिन इसमें –
गले में खराश
मुंह के छाले या गले के छाले
मुंह या गले में फोड़े भी हो सकते है
लिम्फ नोड्स की सूजन
निरंतर ओरल जांच
अगर आप सेक्सुअली एक्टिव है तो –
समय-समय पर एसटीआई जांच जरूरी है
आपका डेंटिस्ट मुंह के छाले, नोड्स या किसी और असमानता की जांच करेंगे
ऐसी जांचों में ओरल कैंसर की भी जांच की जाती है
कुछ एचपीवी के कारण ओरल कैंसर का खतरा हो सकता है
इसलिए वर्ष में एक बार डॉक्टर से जांच जरूर कराएं Read More
Comments
Post a Comment